हिन्द चीन में राष्ट्रवादी आन्दोलन Class 10 History Chapter 3 Question Answer

Prabhakar
By -
0
Class 10 History Chapter 3 Question Answer
Table of Contents (toc)

हिन्द चीन में राष्ट्रवादी आन्दोलन Class 10 History Chapter 3 Question Answer: Introduction

This article contains all VVI Question Answers (subjective) from Class 10th History Chapter-3 “Nationalist Movement in Indo-China”. These questions are of short-answer and long-answer type.


प्रिय विद्यार्थियों, बिहार बोर्ड कक्षा 10 इतिहास अध्याय 3 Question Answer के अन्तर्गत प्रकाशित इन सभी महत्वपूर्ण लघु उत्तरीय एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न उत्तर को पढ़-पढ़ कर याद करने का प्रयास करें। याद हो जाने के पश्चात् इन्हें अपने नोटबुक में लिखना न भूलें।

तो चलिए आज हम सबसे पहले “हिन्द चीन में राष्ट्रवादी आन्दोलन” अध्याय के लघु उत्तरीय प्रश्नों को पढ़ते हैं और तत्पश्चात दीर्घ उत्तरीय प्रश्न उत्तर को भी पढ़ कर याद करने का प्रयास करेंगे।


Class 10 History Chapter 3 Question Answer in Hindi (Short Answer Type)

In the annual board examination of Social Science subject, 6 short answer type questions are asked in History section, in which at least 1 question may be from the chapter “Samajvad Evam Samyavad”. Out of these 6 questions, only 3 questions have to be answered and 2 marks are fixed for each of these questions.


Class 10 History Chapter 3 Question Answer in Hindi


1. हिंद-चीन का अर्थ क्या है?
Indo-China
उत्तर: हिंद चीन का अभिप्राय दक्षिण पूर्व एशिया में लगभग 3 लाख (2.80 लाख) वर्ग कि०मी० में फैले उस प्रायद्वीपीय क्षेत्र से हैं, जिसमें आज के वियतनाम, लाओस और कंबोडिया के क्षेत्र आते हैं। उनकी उत्तरी सीमा म्यांमार एवं चीन को छूती हैं, तो दक्षिण में चीन सागर हैं और पश्चिम में म्यांमार के क्षेत्र पड़ते हैं।

2. एक तरफ अनुबंध व्यवस्था क्या थी?
उत्तर:- एक तरफ अनुबंध व्यवस्था एक प्रकार की बंधुआ मजदूरी थी। इसमें मजदूरों को कोई अधिकार प्राप्त नहीं था, जबकि मलिक को असीमित अधिकार प्राप्त थे। इसके कारण मजदूरों का शोषण हुआ।

3. बाओदायी कौन था?
Baodai
उत्तर:- बाओदायी वियतनाम का अंतिम राजा था। द्वितीय विश्वयुद्ध समाप्त होने पर जब जापानी सेनाएँ हिन्द-चीन से निकलने लगी, तब वह अन्नाम का शासक बना। परंतु साम्यवादी राष्ट्रवादियों के विरोध के कारण उसने अपना पद छोड़ दिया। बाद में उसने फ्रांस के समर्थन से दक्षिण वियतनाम में अपनी सरकार बनायी।

4. हो-ची-मिन्ह मार्ग की क्या उपयोगिता थी?
अथवा, हो-ची-मिन्ह मार्ग क्या है, बतावें?
उत्तर: हो-ची-मिन्ह मार्ग लाओस, कंबोडिया के सीमा क्षेत्र से गुजरता हुआ दक्षिण वियतनाम को जाता था। इससे सैकड़ो कच्ची पक्की सड़के निकल कर जुड़ी थी। इस मार्ग से वियतनामियों को रशद पहुँचाया जाता था।

5. जेनेवा समझौता कब और किनके बीच हुआ?
उत्तर:- जेनेवा समझौता मई 1954 में हुआ था। इसमें समझौते में लाओस, कंबोडिया, चीन, फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका, सोवियत संघ, उत्तरी वियतनाम और दक्षिणी वियतनाम सहित 9 देश शामिल थे। इस समझौते ने पूरे वियतनाम को दो हिस्सों में बाँट दिया। उत्तरी वियतनाम साम्यवादियों को और दक्षिणी वियतनाम अमेरिका समर्थित सरकार को दे दिया गया। लाओस और कंबोडिया में संसदीय शासन प्रणाली अपनायी गयी।

कक्षा 10 इतिहास अध्याय 3 Question And Answer


6. ‘होआ-होआ आंदोलन’ की विवेचना संक्षेप में करें।
उत्तर: होआ-होआ आंदोलन एक बौद्धिस्ट धार्मिक क्रांतिकारी आंदोलन था, जो 1939 में वियतनाम में आरंभ हुआ था। इसका केंद्र में मेकोंग डेल्टा था। इस आंदोलन का प्रणेता हुइन्ह फु सो था। उसके समर्थकों की संख्या बहुत बड़ी थी। इसके क्रांतिकारियों ने उग्रवादी घटनाओं को भी अंजाम दिया, जिसमें आत्मदाह तक शामिल था। न्यों दिन्ह दियम की सरकार ने बड़ी क्रूरता से इस आंदोलन को दबा दिया।

7. हिंद-चीन में फ्रांसीसी प्रसार का वर्णन करें।
उत्तर: 17वीं शताब्दी में बहुत से फ्रांसीसी व्यापारी पादरी हिंद-चीन पहुँचे। 1747 के बाद से फ्रांस अन्नाम में रूचि लेने लगा। 1787 में कोचीन-चीन तथा 1862 में अन्नाम के साथ फ्रांस ने संधि कर अपना प्रभाव बढ़ाया। 1863 में कंबोडिया फ्रांस का संरक्षित राज्य बन गया। 1884 में अन्नाम फ्रांस का संरक्षित राज्य बना। 1904 में लाओस भी फ्रांस के नियंत्रण में आ गया। इस प्रकार 20वीं शताब्दी के आरंभ तक संपूर्ण हिंद-चीन फ्रांस के अधीन हो गया।

8. अमेरिका हिद-चीन में कैसे दाखिल हुआ, चर्चा करें।
उत्तर: अमेरिका हिंद-चीन में बढ़ते साम्यवादी प्रभाव को रोकना चाहता था। दिएन विएन फु के युद्ध में फ्रांस बुरी तरह से हार गया और साम्यवादियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। तब अमेरिका ने हिंद-चीन में हस्तक्षेप की नीति अपनाई। 1954 के जेनेवा समझौता द्वारा दक्षिणी वियतनाम में अमेरिका समर्थित सरकार की स्थापना हुई। इस तरह अमेरिका हिद-चीन में कैसे दाखिल हुआ।

9. रासायनिक हथियारों और एजेंट ऑरेंज का वर्णन करें।
अथवा, नापाम और एजेंट ऑरेंज क्या था?
उत्तर: नापाम और एजेंट ऑरेंज घातक रासायनिक हथियार थे, जिनका प्रयोग अमेरिका ने वियतनामी युद्ध में किया। नापाम में गैसोलीन मिला था, जो ज्वलनशील होने के कारण त्वचा से चिपक कर जलता रहता था। एजेंट ऑरेंज एक खतरनाक जहर था, जिससे पेड़ों की पत्तियाँ तुरंत झुलस जाती थी और पेड़ मर जाते थे। उनके प्रयोग से वियतनाम में जान-धन की भारी हानि हुई।

कक्षा 10 इतिहास अध्याय 3 हिन्द चीन में राष्ट्रवादी आन्दोलन प्रश्न उत्तर


10. हो-ची मिन्ह का संक्षिप्त परिचय दें।
उत्तर: हो-ची मिन्ह (1890-1969) वियतनामी स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी नेता था। वह शुरू से ही साम्यवादी विचारधारा से प्रभावित था। उसने 1930 में वियतनाम के सभी राष्ट्रवादियों को एकजुट कर वियतनाम कांग सांग देंग (वियतनाम कम्युनिस्ट पार्टी) की स्थापना की। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उसने वियतमिन्ह (वियतनाम स्वतंत्रता लीग) की स्थापना किया।


11. हिद-चीन को इस नाम से क्यों जाना जाता है?
उत्तर:- हिद-चीन प्रायद्वीपीय क्षेत्र में कंबोडिया, लाओस और वियतनाम देश शामिल हैं। प्राचीनकाल से ही वियतनाम के तोंकिन एवं अन्नाम में चीन का प्रभाव था। वहीं कंबोडिया और लाओस पर भारतीय संस्कृति का प्रभाव था। इसलिए इस क्षेत्र को हिद-चीन को इस नाम से जाना जाता है।

12. कोलोन कौन थे?
उत्तर:- हिन्द-चीन में बसने वाले फ्रांसीसी कोलोन कहे जाते थे। इनका सामाजिक स्तर स्थानीय लोगों से बहुत ऊपर था।

यहाँ पर हिन्द चीन में राष्ट्रवादी आन्दोलन अध्याय के महत्वपूर्ण लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर समाप्त हुआ। आशा है कि आप इन सभी प्रश्नों को समझ गए होंगे और याद भी कर लिए होंगे। इन्हें अपने नोटबुक में लिखने का प्रयास करें।

अब हम हिन्द चीन में राष्ट्रवादी आन्दोलन अध्याय के महत्वपूर्ण दीर्घ उत्तरीय प्रश्न उत्तर को पढ़ेंगे।


बिहार बोर्ड इतिहास कक्षा 10 अध्याय 3 Question Answer (Long Answer Type)

In the annual board examination of Social Science subject, 2 long answer type questions are asked in History section, in which 1 question may be from the chapter “Nationalist Movement in Indo-China”. Out of these 2 questions, only 1 question has to be answered and 4 marks are fixed for each of these questions.


हिन्द चीन में राष्ट्रवादी आन्दोलन प्रश्न उत्तर Class 10


1. हिंद चीन में राष्ट्रवाद के विकास का वर्णन करें।
उत्तर: हिंद चीन में फ्रांसीसी उपनिवेशवाद के विरुद्ध राष्ट्रवाद का विकास हुआ। 1903 में फान बोई चाऊ ने ‘दुई तान होई’ नामक क्रांतिकारी संगठन की स्थापना किया। उन्होंने “द हिस्ट्री ऑफ द लॉस ऑफ वियतनाम” लिख कर हलचल पैदा कर दी। 1905 में जापान द्वारा रूस को पराजित करने की घटना से राष्ट्रवादियों को प्रेरणा मिली। फान चू त्रिन्ह ने राष्ट्रवादी आंदोलन के राजतंत्रीय स्वरूप को गणतंत्रवादी बनाने का प्रयास किया। राष्ट्रवादी आंदोलन में छात्रों की विशेष भूमिका रही। हो-ची-मिन्ह ने 1930 में ‘वियतनाम कांग सान देंग’ का गठन कर आंदोलन को आगे बढ़ाया। 1930 के दशक की विश्वव्यापी मंदी ने भी राष्ट्रवाद के विकास में योगदान किया। चावल, रबर आदि के दाम गिर गए थे। हिन्द चीन में बेरोजगारी बढ़ती चली जा रही थी। इससे परेशान होकर किसान भी साम्यवाद को अपना रहे थे और राष्ट्रवादी आन्दोलन जोर पकड़ता जा रहा था। फ्रांसीसी सरकार द्वारा विद्रोही जनता पर निर्ममता से गोलियाँ बरसायी गई और हवाई जहाजों से बमबारी भी की गई। इस दमनचक्र में हजारों लोग मारे गए। आन्दोलन दब सा गया। परन्तु यह सोये हुए ज्वालामुखी के समान था, जो अन्दर ही अंदर खौलता रहा और भूमिगत आन्दोलन की शुरूआत हो गयी।

हिन्द चीन में राष्ट्रवादी आन्दोलन Question Answer


2. राष्ट्रपति निक्सन के हिंद-चीन में शांति के संबंध में पाँच सूत्री योजना क्या थी? इसका क्या प्रभाव पड़ा?
President Nixon
उत्तर: वियतनामी गृहयुद्ध में अमेरिकी नीति के सर्वत्र कटु आलोचना हो रही थी। अमेरिका पर युद्ध समाप्त करने का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा था। इसी माई-ली-गाँव की एक घटना सामने आयी, जिससे पूरे विश्व में अमेरिकी सैनिकों की आलोचना होने लगी। अंततः राष्ट्रपति निक्सन ने हिंद-चीन में शांति स्थापित करने के लिए ‘पाँच सूत्री योजना’ प्रस्तुत की। इसकी शर्तें निम्नलिखित थीं –
(i) हिंद-चीन में सभी सेनाएँ युद्ध बंद कर यथा स्थान पर रहें।
(ii) युद्ध-विराम की देखरेख अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों करेंगे।
(iii) युद्ध-विराम के दौरान कोई देश अपनी शक्ति बढ़ाने का प्रयास नहीं करेगा।
(iv) युद्ध-विराम के दौरान सभी प्रकार की लड़ाइयाँ बंद रहेंगी।
(v) युद्ध-विराम का अंतिम लक्ष्य समूचे हिंद-चीन क्षेत्र में संघर्ष का अंत होना चाहिए।
परंतु वियतनामियों द्वारा निक्सन के इस शांति प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया गया। फलतः, युद्ध पुनः आरंभ हो गया, बमबारी आरंभ हो गई और नरसंहार जारी रहा। लेकिन वियतनामी डटे रहे। निक्सन ने पुनः आठ सूत्री योजना पेश की, जिसे वियतनामियों ने खारिज कर दिया। अंततः 1973 में वियतनाम युद्ध समाप्ती के समझौते पर हस्ताक्षर हुआ और 1975 में उत्तरी एवं दक्षिणी वियतनाम का एकीकरण भी हो गया।

हिन्द चीन में राष्ट्रवादी आन्दोलन Class 10 History Chapter 3 Question Answer


3. हिंद-चीन में उपनिवेश की स्थापना का उद्देश्य क्या था?
उत्तर: हिंद-चीन में उपनिवेश की स्थापना का उद्देश्य निम्नलिखित थे –
प्रथम उद्देश्य:- फ्रांस द्वारा हिन्द चीन को अपना उपनिवेश बनाने का प्रारंभिक उद्देश्य डच एवं ब्रिटिश कंपनियों के व्यापारिक प्रतिस्पर्धा का सामना करना था। भारत में फ्रांसीसी कमजोर पड़ रहे थे। चीन में उनकी व्यापारिक प्रतिद्वंदिता, मुख्य रूप से इंग्लैण्ड से था। अतः सुरक्षात्मक आधार के रूप में उन्हें हिन्द-चीन का क्षेत्र उचित लगा, जहाँ से वे भारत एवं चीन दोनों को कठिन परिस्थितियों में संभाल सकते थे।
दूसरा उद्देश्य:- हिंद-चीन में चीन से सटे राज्यों में खनिज संसाधन कोयला, टीन, जस्ता, टंगस्टन, क्रोमियम आदि मिलते थे। वहीं पहाड़ी इलाकों में रबर की खेती होती थी और मैदानी क्षेत्र में धान की। इसप्रकार हिंद-चीन से फ्रांस को औद्योगीकरण के लिए कच्चे माल की आपूर्ति होती थी। साथ ही उत्पादित वस्तुओं के लिए हिंद-चीन क्षेत्र में बाजार भी उपलब्ध हो जाता था।
तीसरा उद्देश्य:- पिछड़े समाजों को सभ्य बनाना विकसित यूरोपीय राज्यों का स्वघोषित दायित्व था।

4. माई-ली गांव की घटना क्या थी? इसका क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर:- अमेरिका दक्षिण वियतनाम में साम्यवाद के प्रभाव को रोकना चाहता था। 5 अगस्त 1964 को अमेरिका ने उत्तरी वियतनाम पर आक्रमण कर दिया। अमेरिका द्वारा शुरू किया गया यह युद्ध उत्तरी वियतनाम के साथ-साथ वियतकांग और वियतकांग समर्थक दक्षिणी वियतनामी जनता सभी से लड़ा गया। यह युद्ध काफी हिंसक, बर्बर एवं यातनापूर्ण था। युद्ध के दौरान दक्षिणी वियतनाम के एक गांव “माई-ली-गांव” के लोगों को वियतकांग समर्थक मानकर अमेरिकी सेना ने पूरे गांव को घेर लिया और सभी पुरुषों को मार डाला। औरतों-बच्चियों को बंधक बनाकर उनका कई दिनों तक सामूहिक बलात्कार किया, फिर उन्हें भी मार कर पूरे गाँव मे आग लगा दिया। लाशों के बीच दबकर एक बूढ़ा व्यक्ति जिंदा बच गया था, जिसने इस घटना को उजागर किया। इस घटना के प्रकाश में आने पर अमेरिकी सेना की आलोचना पूरे विश्व में होने लगी। तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति निक्सन ने वियतनाम में शांति स्थापित करने के लिए पाँच सूत्री योजना की घोषणा की।

हिन्द चीन में राष्ट्रवादी आन्दोलन प्रश्न उत्तर pdf Download


5. फ्रांसीसी शोषण के साथ-साथ उसके द्वारा किए गए सकारात्मक कार्यों की समीक्षा करें।
उत्तर:- फ्रांसीसियों ने व्यापारिक नगरों एवं बंदरगाहों का शोषण करने के बाद भीतरी ग्रामीण इलाकों में किसानों का शोषण करना शुरू किया। फ्रांसीसियों ने शोषण के साथ-साथ कृषि की उत्पादकता बढ़ाने के लिए नहरों का एवं जल निकासी का समुचित प्रबंध किया। दलदली भूमि, जंगलों आदि में कृषि क्षेत्र को बढ़ाया गया। फलस्वरूप 1931 ई० तक वियतनाम विश्व का तीसरा सबसे बड़ा चावल निर्यातक देश बन गया। फ्रांसीसियों द्वारा रबर बगानों, फार्मों, खानों में मजदूरों से एकतरफा अनुबंध व्यवस्था पर काम लिया जाता था। हालांकि इसी दौरान पूरे उत्तर से दक्षिण हिन्द चीन तक संरचनात्मक विकास तीव्र गति पर रहा एवं एक विशाल रेल नेटवर्क एवं सड़क का जाल सा बिछ गया। परन्तु किसानों एवं मजदूरों का जीवन स्तर गिरता जा रहा था, क्योंकि सारी व्यवस्था ही शोषण-मूलक थी। जहाँ तक शिक्षा का प्रश्न था, अब तक परंपरागत स्थानीय भाषा अथवा चीनी भाषा में शिक्षा पा रहे लोगों को अब फ्रांसीसी भाषा में शिक्षा दी जाने लगी। परन्तु आमलोगों को शिक्षा से दूर रखने का प्रयास किया जाने लगा। इसके लिए स्कूल के अंतिम साल की परीक्षा में प्रायः अधिकतर स्थानीय बच्चों को फेल कर दिया जाता था।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. More Details
Ok, Go it!