भारत से हम क्या सीखें Class 10 Hindi (Prose) Chapter 3 Question Answer

Prabhakar
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Class 10 Hindi (Pros) Chapter 3 Question Answer
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भारत से हम क्या सीखें Question Answer Class 10 Hindi (Prose) Chapter 3 : Introduction

This article contains all VVI Question Answer (subjective) from Class 10th Hindi (Prose) Chapter-3 “Bharat Se Hum Kya Seekhen”. These questions are of short-answer type. This also contains the VVI sentences and their meaning.


Dear students, यहाँ बिहार बोर्ड गोधूलि भाग-2 कक्षा 10 हिन्दी गद्यखंड पाठ 3 भारत से हम क्या सीखें Question Answer के अन्तर्गत प्रकाशित इन सभी महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर और वाक्य-व्याख्या को पढ़-पढ़ कर याद करने का प्रयास करें। याद हो जाने के पश्चात् इन्हें अपने नोटबुक में लिखना न भूलें।

तो चलिए आज हम सबसे पहले “भारत से हम क्या सीखें” अध्याय के लघु उत्तरीय प्रश्नों को पढ़ते हैं और तत्पश्चात कुछ महत्वपूर्ण वाक्य-व्याख्या को भी पढ़ कर याद करने का प्रयास करेंगे।


Class 10 Hindi (Prose) Chapter 3 Question Answer

In the annual board examination of Hindi subject, 10 short answer type questions are asked, in which at least 1 question from the chapter “Bharat Se Hum Kya Seekhen” may be included. Out of these 10 questions, only 5 questions have to be answered and 2 marks are fixed for each of these questions.


बिहार बोर्ड कक्षा 10 हिन्दी गद्यखंड पाठ 3 भारत से हम क्या सीखें Question Answer


1. समस्त भूमंडल में सर्वविद् सम्पदा और प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण देश भारत है। लेखक ने ऐसा क्यों कहा है?
उत्तर: समस्त भूमंडल में सर्वविद् सम्पदा और प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण देश भारत है। लेखक ने ऐसा कहा है, क्योंकि भारत एक प्राचीन देश है। यह देश ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में कई देशों से आगे है। भारत का विशाल साहित्य, गौरवशाली संस्कृति, प्राचीन भाषाएँ और इतिहास ऐसी संपदा है जो विश्व के अन्यत्र देशों में उपलब्ध नहीं है। हिमालय से लेकर श्रीलंका तक का विशाल भू-प्रदेश अपने प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है।

2. लेखक (मैक्समूलर) की दृष्टि में सच्चे भारत के दर्शन कहाँ हो सकते हैं और क्यों?
उत्तर: लेखक मैक्समूलर की दृष्टि में सच्चे भारत के दर्शन कोलकाता, मुंबई, मद्रास या ऐसे दुसरे शहरों में नहीं हो सकता है। सच्चे भारत का दर्शन भारत के गाँवों में ही हो सकता है। अधिकांश भारतीय नागरिक ग्रामवासी हैं। सच्ची भारतीयता का दर्शन ग्रामीणों के बीच ही संभव है।

3. भारत को पहचान सकने वाली दृष्टि की आवश्यकता किनके लिए वांछनीय है और क्यों? ‘भारत से हम क्या सीखें’ शीर्षक पाठ के आधार पर लिखें।
उत्तर: भारत को पहचान सकने वाली दृष्टि की आवश्यकता यूरोप वासियों लिए वांछनीय है, क्योंकि आज का (उन्नीसवीं सदी का) भारत भी ऐसी अनेक समस्याओं से भरपूर है जिनका समाधान यूरोपियन लोगों के लिए वांछनीय है।

भारत से हम क्या सीखें Question Answer


4. लेखक ने किन विशेष क्षेत्रों में अभिरुचि रखने वालों के लिए भारत का प्रत्यक्ष ज्ञान आवश्यक बताया है?
उत्तर:- लेखक ने भू-विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, जीव विज्ञान, नृवंश विद्या, पुरातत्व सर्वेक्षण आदि विशेष क्षेत्रों में अभिरुचि रखने वालों के लिए भारत का प्रत्यक्ष ज्ञान आवश्यक बताया है।

5. लेखक ने नीतिकथाओं के क्षेत्र में किस तरह भारतीय अवदान को रेखांकित किया है?
उत्तर:- लेखक ने बताया है कि भारत के कारण ही समय समय पर नाना प्रकार के साधनों और मार्गों के द्वारा अनेक नीति कथाएँ पूर्व से पश्चिम की ओर आती रही हैं। इस तरह से भारत के कारण नीति कथाओं के क्षेत्र में नव जीवन का संचार हो चुका है। यूरोप में प्रचलित कहावतों और दंतकथाओं का स्रोत अब भारत को माना जाने लगा है।

6. भारत के साथ यूरोप के व्यापारिक संबंध के प्राचीन प्रमाण लेखक ने क्या दिखाए हैं?
उत्तर:- लेखक का मानना है कि सोलोमन के समय में ही भारत, सीरिया और फिलीस्तीन के मध्य साधन सुलभ हो चुके थे। हाथी-दाँत, मोर और चंदन आदि जिन वस्तुओं की निर्यात की बात बाईबल में कही गई है वे भारत के अतिरिक्त किसी अन्य देशों में उपलब्ध नहीं थीं। “शाहनामा” के रचना काल (10वीं – 11वीं सदी) में भी भारत के साथ यूरोप के व्यापारिक संबंध थे।

7. भारत की ग्राम पंचायतों को किस अर्थ में और किनके लिए लेखक ने महत्त्वपूर्ण बतलाया है? स्पष्ट करें।
उत्तर:- लेखक ने भारत की ग्राम पंचायतों को अत्यंत सरल राजनैतिक इकाईयों के अर्थ में बतलाया है। लेखक ने भारत की इस प्राचीन स्थानीय प्रणाली को भारत के लिए नवांगतुक अधिकारियों के लिए महत्त्वपूर्ण बतलाया है।

भारत से हम क्या सीखें Class 10 Hindi Question Answer


8. धर्मो की दृष्टि से भारत का क्या महत्त्व है? ‘भारत से हम क्या सीखें’ पाठ के आधार पर बताएँ।
उत्तर: भारत प्राचीन काल से ही विभिन्न धर्मों के उद्भव एवं विकास का केंद्र रहा है। भारत वैदिक धर्म की भूमि है, बौद्ध धर्म की यह जन्मभूमि है और पारसियों के जरथुष्ट्र धर्म की शरणस्थली है। आज भी यहाँ नित्य नये मत-मतान्तर प्रकट एवं विकसित होते रहते हैं। इस तरह से भारत धार्मिक क्षेत्र में विश्व को आलोकित करने वाला एक महत्वपूर्ण देश है।

9. भारत किस तरह अतीत और सुदूर भविष्य को जोड़ता है? स्पष्ट करें।
उत्तर: भारत एक प्राचीन देश है। यहाँ आज भी ऐसी वस्तुओं के दर्शन हो सकते हैं जो सिर्फ पुरातन विश्व में ही सुलभ हो सकते हैं। यहाँ आप ऐसे स्थल और जीवन-शैली देख सकते हैं जो अन्यत्र नहीं मिलेंगे। साथ ही, यह अत्यंत बड़ा देश है, जहाँ तेजी से बदलाव आ रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य, विज्ञान, कृषि, राजनीति आदि के क्षेत्र में तीव्र गति से कार्य हो रहा है। अतएव, भारत अतीत और सुदूर भविष्य को जोड़ता है।

10. मैक्समूलर ने संस्कृत की कौन-सी विशेषताएँ और महत्त्व बतलाये हैं?
उत्तर:- मैक्समूलर ने संस्कृत के बारे में बताया है कि यह एक अत्यंत प्राचीन भाषा है। यह ग्रीक, लैटिन ट्यूटानिक, स्लाव आदि भाषाओं की अग्रजा है। संस्कृत भाषा का ज्ञान होने पर ही इन भाषाओं के बीच पारस्परिक संबंध स्पष्ट हो पाया। संस्कृत भाषा का साहित्य तीन हजार साल से भी अधिक लंबे काल तक फैला हुआ है। यह यूनान और रोम के संपूर्ण साहित्य से कहीं अधिक विशाल है।

कक्षा 10 हिन्दी गद्यखंड पाठ 3 Question Answer


11. लेखक वास्तविक इतिहास किसे मानता है और क्यों?
उत्तर:- लेखक वास्तविक इतिहास भाषा के इतिहास को मानता है, क्योंकि यह राज्यों के दुराचारों और अनेक जातियों की क्रूरताओं की अपेक्षा अधिक ज्ञातव्य और पठनीय है। जब हम विभिन्न भाषाओं के इतिहास का अध्ययन करते हुए उनके उद्गम-स्रोत तक पहुँचते है तो हम एक ऐसे सम्मिलन स्थल पर पहुँच जाते हैं जहाँ से ये विभिन्न भाषाएँ बोलने वाले वर्ग पृथक हुए होंगे।

12. संस्कृत और दूसरी भारतीय भाषाओं के अध्ययन से पाश्चात्य जगत् को प्रमुख लाभ क्या-क्या हुए?
उत्तर:- संस्कृत और दूसरी भारतीय भाषाओं के अध्ययन से पाश्चात्य जगत् को विभिन्न लाभ हुए। जैसे कि वे अपनी विभिन्न भाषाओं के बीच पारस्परिक संबंध स्पष्ट कर पाये। उनके विचार व्यापक और उदार बने। वे लाखों-करोड़ों अजनबियों और बर्बर समझे जाने वाले लोगों को गले लगाना सीखें। उन्हें पता चला कि वे पूर्व से आये है और उनके जीवन में जो कुछ भी अधिक मूल्यवान है, वह उन्हें पूर्व से ही मिला है।

13. लेखक ने भारत के लिए नवागंतुक अधिकारियों को किसकी तरह सपने देखने के लिए प्रेरित किया है और क्यों?
उत्तर:- लेखक ने भारत के लिए नवागंतुक अधिकारियों को सर विलियम जोन्स की तरह सपने देखने के लिए प्रेरित किया है, ताकि वे एक से बढ़कर एक शानदार काम कर सकें।

Class 10 Hindi Chapter 3 Question Answer


14. लेखक ने नया सिकंदर किसे कहा है ? ऐसा कहना क्या उचित है?
उत्तर: लेखक ने नया सिकंदर भारत के लिए नवागंतुक युवा अंग्रेज अधिकारियों को कहा है। सिकंदर राजनीतिक क्षेत्र का विजेता था। परंतु इन युवा अंग्रेज अधिकारियों को भारत के इतिहास और साहित्य के क्षेत्र में विजय प्राप्त करनी है। अतः इस अर्थ में अधिकारियों को ‘नया सिकंदर’ कहना उचित है। लेखक का अभिप्राय है कि नवागंतुक अधिकारी भारत देश की सभ्यता-संस्कृति से बहुत कुछ सीख-जान सकते हैं।

15. लेखक ने भारत की किन विशेषताओं का वर्णन किया है? ‘भारत से हम क्या सीखें’ पाठ के आधार पर बताएँ।
उत्तर:- लेखक ने भारत को सर्वविद् सम्पदा और प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण देश बताया है। यह एक प्राचीन देश है। यह देश नानाविध ज्ञान-विज्ञान की धात्री और आनंददायक ललित तथा उपयोगी कलाओं की जननी है। यह देश रीति-रिवाज, परंपराओं, भाषा, लोगों के रंग-रूप और आकार-प्रकार आदि की दृष्टि से अपनी अत्यधिक विविधता के कारण सदा से सर्वत्र सम्मान की दृष्टि से देखी जाती रही हैं।

16. ‘वेदांतियों का भी वेदांती’ किसे कहा गया है और किसने कहा है?
उत्तर: ‘वेदांतियों का भी वेदांती’ मैक्स मूलर को कहा गया है। उन्होंने भारतीय सभ्यता-संस्कृति, ज्ञान-विज्ञान, संस्कृत भाषा, कला-कौशल आदि का गहराई से अध्ययन किया और इन्हें दुनिया के सामने स्पष्ट किया। स्वामी विवेकानंद ने उन्हें ‘वेदांतियों का भी वेदांती’ कहा है।

यहाँ पर भारत से हम क्या सीखें पाठ के महत्वपूर्ण लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर की जानकारी पूर्ण हुई। आशा है कि आप इन सभी प्रश्नों को याद कर लिए होंगे।
अब हम भारत से हम क्या सीखें पाठ से कुछ महत्वपूर्ण वाक्यों और उनके व्याख्या का अध्ययन कर याद करने का प्रयास करेंगे।


कक्षा-10 हिंदी गद्यखंड भारत से हम क्या सीखें पाठ के महत्वपूर्ण वाक्य-व्याख्या

यहाँ भारत से हम क्या सीखें पाठ से कुल 3 महत्वपूर्ण वाक्य-व्याख्या प्रस्तुत किए गए हैं। बिहार बोर्ड मैट्रिक की हिन्दी विषय की वार्षिक परीक्षा में ऐसे प्रत्येक प्रश्न के लिए पाँच अंक निर्धारित रहता है और इनका उत्तर लगभग 100 शब्दों में दिया जाता है।


1. प्लेटो और काण्ट जैसे दार्शनिकों का भी अध्ययन करने वाले हम यूरोपियन लोगों के लिए भी वे मनन करने योग्य है।
उत्तर:- उपरोक्त पंक्ति ‘भारत से हम क्या सीखें’ पाठ से ली गई है। इसके लेखक मैक्समूलर है। लेखक इस पंक्ति द्वारा बताना चाहता है कि भारत का इतिहास, सभ्यता-संस्कृति और साहित्य यूरोपियन लोगों के लिए मनन करने योग्य है। भारत ने सर्वप्रथम मानव मस्तिष्क की उत्कृष्टतम उपलब्धियों का सर्वप्रथम साक्षात्कार किया है। भारत का साहित्य यूनान व रोम के सम्पूर्ण साहित्य से कहीं अधिक विशाल है। इसके अध्ययन से यूरोपियन लोगों के जीवन संपूर्णतया मानवीय बन जाएगा। यहाँ के दार्शनिकों ने जीवन की सबसे बड़ी समस्याओं पर विचार कर उनमें से कइयों के ऐसे समाधान ढूँढ निकाले हैं, जो प्लेटो और काण्ट जैसे दार्शनिक भी नहीं कर पाये हैं।

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2. लेखक ने वारेन हेस्टिंग्स से संबंधित किस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना का हवाला दिया है और क्यों?
उत्तर: जब वारेन हेस्टिंग्स भारत का गवर्नर जनरल था। तब उसे वाराणसी के पास 172 दारिस नामक सोने के सिक्कों से भरा घड़ा मिला था। वारेन हेस्टिंग्स ने उन सोने के सिक्कों को अपने मालिक ईस्ट इंडिया कंपनी के निदेशक मंडल को यह समझ कर भेजवा दिया कि इसकी गणना उसके द्वारा भेजे गए दुर्लभ वस्तुओं में की जाएगी। परंतु कंपनी के निदेशक उन सिक्कों का महत्व समझे बिना उन्हें गला डाला। जब वारेन हेस्टिंग्स इंग्लैंड लौटा तो वे स्वर्ण मुद्राएँ नष्ट हो चुकीं थीं। लेखक ने वारेन हेस्टिंग्स से संबंधित इसी दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना का हवाला दिया है क्योंकि इसके द्वारा वे भारत के लिए प्रस्थान करने वाले नवांगतुक अधिकारियों को आगाह करना चाहते हैं ताकि उनके साथ ऐसी कोई दुर्भाग्यपूर्ण घटना न घटे।

3. लेखक ने नया सिकंदर किसे कहा है ? ऐसा कहना क्या उचित है? लेखक का अभिप्राय स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: लेखक ने नया सिकंदर भारतीय सिविल सेवा के लिए चयनित युवा अंग्रेज अधिकारियों को कहा है। सिकंदर ने राजनीतिक और भौगोलिक क्षेत्र में विजय प्राप्त की थी। परंतु इन युवा अंग्रेज अधिकारियों को भारत के इतिहास और साहित्य के क्षेत्र में विजय प्राप्त करनी है, न कि भौगोलिक क्षेत्र में। अतः इस अर्थ में युवा अंग्रेज अधिकारियों को ‘नया सिकंदर’ कहना उचित है। लेखक का अभिप्राय है कि नवागंतुक अंग्रेज अधिकारी भारत देश के उज्जवल इतिहास और सुसमृद्ध साहित्य के क्षेत्रों में शोध और अनुसंधान कर इनके बारे में बहुत कुछ सीख-जान सकते हैं। जो सभी यूरोप वासियों के लिए वांछनीय हैं।
---------- समाप्त ----------

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